26 दिसंबर को समापन
रामटेक (नागपुर)। श्री क्षेत्र अंबाला के समीप श्री नारायण टेकड़ी पर नारायण स्वामी उत्सव 18 से प्रारंभ हुआ है. वही 26 दिसंबर को महाकाला और उत्सव का समापन होगा. इस उपलक्ष पर आवंड नाम जप का प्रारंभ हुआ है तथा भक्त गणों के लिए हर रोज महाप्रसाद वितरित होगा. श्री नारायण स्वामी अंदाजन चारसों वर्ष पूर्व एक सिद्ध पुरुष के रूप में इस जगह थे. दौरान इस परिसर में जंगली प्राणी भी उनके वश में थे और उनके साथ रहते थे. श्री नारायण स्वामी की यहाँ भव्य सुंदर समाधी है. उसके दर्शन से सभी क्लेश दूर होते है ऐसा स्वामीभक्तों का कहना है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज का नारायण टेकड़ी पर 13 साल से वास्तव्य था और इस जगह उनको दिव्य ज्ञान की प्राप्ति हुयी थी. इस दरमियान अनेक साधु संतो का वास्तव्य यहाँ था. 30-35 साल पहले आम्बाला में श्री छोटूजी महाराज का वास्तव्य नारायण टेकड़ी पर हुआ और कुछ सालों पहले ये देवस्थान बना लेकिन श्री छोटूजी महाराज ने नारायण टेकड़ी का कायापलट करने की ठान कर समाधी स्थल और परिसर में सुंदर स्वरूप लाया. इसके बाद गुरु माउली साध्वीजी महाराज ने उनका कार्य आगे बढ़ाया. श्री छोटूजी महाराज की समाधी और नारायण स्वामी समाधी का भी निर्माण कार्य शुरू है. छोटूजी महाराज ने यहाँ शिस्तबद्ध सेवक निर्माण करके उनको धर्म के साथ राष्ट्र प्रेम का ज्ञान दिया.
आज 10 से 15 जिले में निस्वार्थ सेवक धर्म और राष्ट्र के लिए अपने-अपने जगह कार्यरत है. सालभर से महाराष्ट्र सहित छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश से भक्तगण श्री नारायण स्वामी समाधी स्थल के दर्शन के लिए आते है और 18 दिसंबर से 26 दिसंबर तक चलने वाले इस उत्सव के दौरान लाखों भाविक यहाँ समाधी दर्शन लेकर धन्य होगे.