Published On : Mon, Jul 17th, 2017

रामटेक में एतिहासिक चातुर्मास कलश स्थापना समारोह संपन्न

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Acharyashi Vidyasagarrao Maharaj
नागपुर: रविवार को राष्ट्रसंत आचार्यश्री विद्यासागर महाराज व संघस्थ 37 मुनि के चातुर्मास कलश स्थापना 25 हजार से अधिक जैन व जैनेत्तर अनुयायियों की उपस्थिति में की गई। यह दिन जरूर रामटेक के धार्मिक इतिहास में स्वर्णक्षरों से लिखा जाएगा। जैन मुनि दिगंबर मुद्रा एवं कठोर तप के लिए जाने जाते हैं। दिनभर गतिमान विविध कार्यक्रमों में जैन व जैनेत्तर अनुयायियों ने संघ की दैनिक क्रियाओं को देखा और अपने आप को धन्य समझा।

अपने प्रथम उदबोधन में आचार्यश्री ने कहा कि, मंदिर बहुत हैं, लेकिन संस्कार देने के लिए प्रतिभास्थली खोलना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि, नागपुर जैन समाज ने रामटेक में प्रतिभास्थली खोलने का आर्शीवाद मांगा था। मेरी भी यही इच्छा थी। वर्तमान में 250 बहनें ब्रह्मचर्य व्रत लेकर प्रतिभास्थली में शिक्षा को मूर्त रूप दे रही हैं। ये बहनें छात्राओं को अन्य सांसारिक शिक्षा के साथ संस्प्रतिभास्थली की बहनें दे रही है, यह ज्यादा खुशी की बात है। प्रवचन के प्रारंभ में आचार्यश्री ने कहा कि, दूर पंडाल के बाहर खड़े लोगों को मेरा बार बार आर्शीवाद है, बैठे हुओं को भी मेरा आर्शीवाद है।

प्रवचन के पूर्व दानदाताओं का चयन किया गया। प्रथम दानदाता का सौभाग्य राजस्थान से पधारे उद्योगपति अशोक पाटनी को प्राप्त हुआ। इस अवसर पर महेंद्र जैन रूपाली द्वारा विशेष रूप से मोर पंख से निर्मित 50 वें संयम स्वर्ण महोत्सव का प्रतीक चिन्ह अशोक पाटनी को भेंट किया गया। दानदाताओं ने आचार्यश्री को श्रीफल अर्पित कर आशीर्वाद लिया। मंदिर से कलशों की शोभा यात्रा निकाली गई व प्रतिभास्थली की बच्चियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। महेंद्र जैन रूपाली द्वारा विशेष रूप से मंच सज्जा की गई, जिसकी छटा निराली रही।

प्रमुख दानदाताओं में अशोक पाटनी, काला परिवार मुंबई, प्रमोद जैन गुडलक, दिनेश अर्पित जोगानी, संतोष ठेकेदार, सुनतानगंज परिवार, मिल्टन परिवार, डा. सुभाष मुंबई, नवीन जैन दिल्ली आदि को मंगल कलश स्थापना का सौभाग्य प्राप्त हुआ। मंच संचालन श्री दिगंबर परवार जैन मंदिर ट्रस्ट के मंत्री सत्येंद्र जैन, एड. अजीत जैन भोपाल व अजय अहिंस, प्रकाश बैसाखिया, जिनेंद्र जैन लालाजी, राजेंद्र जैन, महेंद्र जैन, दिलीप भारिल ने किया। ज्ञानोदय सेवा संघ ने भोजन व्यवस्था तथा जैन वीर सेवा मंडल ने यातायात व्यवस्था संभाली। यह जानकारी प्रचार समिति के महेंद्र जैन रूपाली, राजू जैन वर्धावाले तथा अतुल मोदी ने दी।