Published On : Sat, Oct 28th, 2017

मंत्री, पत्रकार और…सेक्स CD का पाप…!

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अक्सर आपने देखा होगा कि ऐन चुनाव से पहले ही किसी नेता, मंत्री या विधायक-सांसद की सेक्स CD (अथवा उनकी अश्लील क्लिपिंग) सोशल मीडिया पर वायरल हो जाती है. निश्चित रुप से इसके पीछे वो घिनौनी राजनीति होती है, जिसके तहत संबंधित सफेदपोश की बड़ी बदनामी करके उसे चुनावी मात देने का शर्मनाक स्वार्थ छिपा होता है! हालांकि छत्तीसगढ़ में चुनाव अगले वर्षान्त तक होने हैं, लेकिन भाजपा एवं मोदी की अस्मिता वाले गुजरात प्रदेश में अभी चुनाव हैं. फिर भी छत्तीसगढ़ के भाजपाई मंत्री राजेश मूणत की कथित सेक्स CD वायरल हो चुकी है, जिसमें वे कथित तौर पर एक युवती संग निर्वस्त्रावस्था में शर्मनाक व आपत्तिजनक मुद्रा में तल्लीन हैं!

हालांकि छत्तीसगढ़ के लोकनिर्माण मंत्री मूणत का कहना है कि CD में दिख रहा शख्स वे (स्वयं) नहीं हैं! यह कांग्रेस का षड्यंत्र है. मुझे फंसाया जा रहा है. यह CD पूरी तरह फर्जी है. मेरे चरित्र की हत्या की कांग्रेसी कोशिश है! अब सवाल यह कि ये सेक्स CD बनाई किसने? और किसने इसे पहली बार ‘लीक’ किया, जो बाद में वायरल हो गई. फिर देश के जाने-माने पत्रकार विनोद वर्मा के पास कैसे पहुंची? बता दें कि विनोद वर्मा, फिलहाल छत्तीसगढ़ कांग्रेस सोशल मीडिया प्रभारी हैं. वे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल के करीबी भी हैं तथा बीबीसी और ‘अमर उजाला’ से जुड़े रहे हैं. वे वर्तमान में एडिटर एडिटर्स गिल्ड के मेंबर भी हैं. अब भूपेश बघेल पर भी मामला दर्ज कर दिया गया है.

जब छत्तीसगढ़ पुलिस ने यूपी के गाजियाबाद जाकर वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा को गिरफ्तार किया, तब यह पूरा मामला खुला. छग पुलिस के अनुसार, प्रदेश के प्रकाश बजाज नामक एक शख्स को कुछ दिन पहले एक फोन आया कि “तुम्हारे आका की सेक्स CD हमारे पास है! अगर पैसे नहीं दिए तो हम इसे सार्वजनिक कर देंगे!” छग पुलिस ने फोनकर्ता को दिल्ली जाकर पकड़ा, तो पता चला कि उसे इस कांड की 1000 सीडीज बनाने का ऑर्डर पत्रकार विनोद वर्मा ने ही दिया था! विनोद की गिरफ़्तारी के दौरान उनके घर से पुलिस ने 500 सीडीज और पेन ड्राइव्स जब्त किए.

मामला यहीं ख़त्म नहीं होता, बल्कि यह सवाल उठाता है कि अगर विनोद वर्मा को अपना ‘सच्चा पत्रकारीय धर्म’ निभाना था, और उनके दावे के अनुसार वाकई इस सेक्स CD में मंत्री मूणत हैं, तो तुरंत उन्होंने इस विस्फोटक खबर का प्रसारण किसी न्यूज़ चैनल में या अपने संबंधित अखबार में एक्सक्लूसिव रिपोर्ट के साथ करना चाहिए था! लेकिन इसकी एक हजार सीडीज बनवाकर और अपने घर में उसकी 500 सीडीज रखकर वे शक के घेरे में आ चुके हैं. उनकी गिरफ्तारी का एडिटर्स गिल्ड समेत कुछ पत्रकार संगठनों ने विरोध किया है.

यह बताना जरुरी है कि विनोद वर्मा को उनके ‘पत्रकारीय पेशे’ के किसी अपराध में नहीं, बल्कि मंत्री की कथित सीडी रखने, उन्हें बदनाम कर ब्लैकमेल करने के अपराध में गिरफ्तार किया है! कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने वर्मा की गिरफ्तारी की निंदा कर इसे प्रेस की आजादी पर हमला बताया है! अब कुछ चुभते हुए तीखे सवाल…. पहला तो यही कि अक्सर किसी मंत्री, नेता, सांसद या विधायक की सेक्स CD ठीक चुनाव से पहले ही सामने क्यों आती है? फिर ऐसे बेखौफ सफेदपोश अपने ‘पाप’ CD बनाए जाने तक कितनी बेशर्मी से करते हैं? दिल्ली में ‘आप’ सरकार के मंत्री की कुर्सी भी ऐसी ही सेक्स CD के कारण छीन ली गई थी! तो क्या राजेश मूणत को भी पाक-साफ घोषित होते तक इस्तीफा नहीं दे देना चाहिए? कैसी विडंबना है यह कि भ्रष्टाचार के हमाम में नंगे होने वाले नेता, अब खुलेआम ‘कामदेव अवतार’ में दिख रहे हैं! क्या होगा देश का…?