Published On : Tue, May 23rd, 2017

हेरिटेज सूची में शामिल अंबाझरी तालाब और बांध के पास मेट्रो कर रही कार्य, नहीं ली किसी भी विभाग से अनुमति

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Ambazari Metro Work
नागपुर:
 मई की 16 तारीख को नागपुर महानगर पालिका द्वारा मेट्रो रेल प्रकल्प पर प्राप्त आपत्तियों की सुनवाई के लिए नागपुर महानगर पालिका के आयुक्त द्वारा बैठक बुलवाई गई थी. बैठक में नगररचना विभाग, मेट्रो रेल अधिकारी, मनपा आयुक्त, सहायक आयुक्त, हेरिटेज कमेटी के अध्यक्ष, सदस्य व मेट्रो योजना को लेकर विरोध करनेवाले मौजूद थे. इस बैठक में मेट्रो योजना के सभी आपत्तियों पर संक्षेप में चर्चा जरुरी थी, जिसमे पर्यावरण के खिलाफ मेट्रो योजना का विकास कार्यो का भी समावेश था. लेकिन एक्टिविस्ट शाहिद शरीफ ने आरोप लगाया है कि अंबाझरी में बनाए जा रहे मेट्रो स्टेशन पर आक्षेप जताए जाने पर बैठक में उन्हें अपनी पूरी बात रखने का मौका नहीं दिया गया.

शाहिद शरीफ के मुताबिक़ नाग नदी नागपुर शहर की पहचान है. जिसके विकास हेतु हर वर्ष मनपा करोडो रुपए खर्च करती है. नाग नदी का उगम अंबाझरी से होता है. वर्ष 2003-04 के बाद नाग नदी का हेरिटेज कमिटी की सूची में समावेश था. लेकिन वर्ष 2004 के बाद नाग नदी को हेरिटेज सूची से हटा दिया गया. आज की स्थिति में अंबाझरी तालाब से 15 फीट की दूरी पर मेट्रो स्टेशन का निर्माण किया जा रहा है. लेकिन मनपा को इस बात की जानकारी ही नहीं है कि अंबाझरी तालाब का समावेश अब भी हेरिटेज सूची में है. बैठक में शरीफ ने बताया कि नाग नदी बारिश के मौसम में उफान पर होती है तथा अंबाझरी तालाब का पानी बाहर की ओर बहता है.

तालाब का बांध पूरी तरह से मिटटी का बना हुआ है. यदि तालाब से 15 फीट की दुरी पर मेट्रो स्टेशन निर्माण किया गया तो इसका पर्यावरण पर बुरा असर भी पड़ सकता है. यह सब जानते हुए भी मनपा आयुक्त मेट्रो योजना की सराहना कर रहे हैं और एक तरफा फैसला सुना रहे हैं. साथ ही आयुक्त द्वारा इस आक्षेप को यह कहकर खारिज कर दिया गया कि नाग नदी का हेरिटेज सूची में समावेश नहीं है. बैठक में शरीफ से हेरिटेज सम्बंधित प्रमाण पेश करने के िलए भी कहा गया. जिसके बाद शरीफ ने कहा कि मेट्रो स्टेशन का कार्य अंबाझरी परिसर में शुरू करने से पहले हेरिटेज कमेटी, मनपा डैम सेफ्टी कमेटी और वन विभाग किसी भी अनुमति नहीं ली गई है.

इस बारे में नागपुर महानगर पालिका के अतिरिक्त उपायुक्त रामनाथ सोनवणे से संपर्क करने पर उन्होंने कहा कि शाहिद शरीफ मेट्रो का क्यों विरोध कर रहे हैं, इसकी उन्हें जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि किसी भी एक व्यक्ति के विरोध के चलते यह योजना रोकी नहीं जा सकती.

नागपुर का मेट्रो रेल प्रोजेक्ट शहर के नागरिकों के लिए है और इस प्रोजेक्ट से किसी भी एक व्यक्ति का निजी स्वार्थ नहीं जुड़ा हुआ है. इस प्रोजेक्ट के बनने से नागपुर शहर के नागरिकों को लाभ होगा. उन्होंने बताया कि अंबाझरी तालाब के डैम की सेफ्टी रिपोर्ट आने के बाद ही यह निर्णय लिया जाएगा की तालाब के पास चल रहे कार्य को बंद करना है या इसे शुरू रखना है.