Published On : Tue, Sep 26th, 2017

आर्डिनेंस फैक्ट्री में अंबाझरी बंगीय संसद में दुर्गा पूजा की स्वर्ण जयंती

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नागपुर:
 देश की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए अंबाझरी के आर्डिनेंस फैक्ट्री की स्थापना 1966 को हुई. जिसमें विभिन्न प्रांत के लोग रहे रहे हैं. 1968 में बंगाल से आए कुछ उत्साही बंगालियों ने पहली बार बंगीय संसद में दुर्गा पूजा की नींव रखी. जो परंपरा अब तक चली आ रही है. इस साल दुर्गा पूजा को स्वर्ण जयंती उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है. इस दौरान डॉ. इंद्रजीत बासु ने बताया कि स्वर्ण जयंती के अवसर पर बंगाल के सांस्कृतिक परंपरा को आज के युवा पीढ़ी तक पहुंचाने के उद्देश्य से पश्चिम बंगाल सरकार की मदद से बावुल संगीत, नृत्यनाटिका, आधुनिक बंगाली संगीत का आयोजन किया गया है. इस दौरान बंगीय संसद के सचिव कमलेश मैती व दुर्गा पूजा कमिटी के सचिव ए.के.बंदोपाध्याय ने बताया कि इस साल विशेष रूप से देश के कोने कोने से उन ज्येष्ठ नागरिको को निमंत्रित किया गया है. जो पिछले दिनों में अंबाझरी दुर्गा पूजा के अभिन्न अंग थे.

कलकत्ते से आए आमंत्रित ज्येष्ठ नागरिक मधुसूदन चटर्जी, श्यामल दासगुप्ता, गुरुप्रसाद अड्डों ने अपनी बीते दिनों को याद करते हुए इस प्रयास की सराहना की. इस कार्यक्रम को सफल बनाने में दीपांजन मजूमदार, प्रवीर चटर्जी, मलय बनर्जी, गौतम रॉय, प्रदीप्त सेनगुप्ता, सुमंत सहा, बिजॉन बिस्वास, हिरण्मय गुझाइत, ब्रीजासिन्हा सुशांत दास, एम.के. मिर्धा, स्वरुप बिश्वास, अभिजीत सेनगुप्ता ने परिश्रम किया.