Published On : Thu, Jan 19th, 2017

टिकट मांग रहे कार्यकर्ताओं से कांग्रेस ने कहा, ‘पहले करो प्रचार’

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नागपुर:
नागपुर महानगरपालिका के आगामी चुनाव के मद्देनजर जिन-जिन उम्मीदवारों ने कांग्रेस से टिकट मांगा है, उन सभी को पार्टी ने घर-घर जाकर वोट मांगने का काम सौंपा है। पार्टी नेताओं ने इस गतिविधि को ‘पोल खोल’ का नाम दिया है। उनका कहना है कि इसके माध्यम से भारतीय जनता पार्टी की पोल खुल जाएगी। उधर, नागपुर शहर की कांग्रेस इकाई ने ऐसे उम्मीदवारों की एक सूची महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस समिति को भेज दी है। प्रदेश कार्यसमिति ही उम्मीदवारों के नाम पर आखिरी फैसला लेगी।

नागपुर कांग्रेस के प्रमुख विकास ठाकरे ने बताया, ‘एक वॉर्ड से अगर 20 पार्टी कार्यकर्ताओं ने टिकट मांगा है, तो उन सभी को साथ मिलकर पूरे वॉर्ड के हर एक घर में जाकर लोगों से पार्टी के लिए वोट मांगने का काम सौंपा गया है। हमारे कार्यकर्ता आम जनता से मिलकर उन्हें भाजपा के पिछले 10 सालों के दौरान हुए घोटालों के बारे में जानकारी दे रहे हैं। साथ ही, पानी और संपत्ति पर लगने वाले टैक्स भी भाजपा ने बढ़ा दिया। इसके बारे में भी हम लोगों को बता रहे हैं। हमने कार्यकर्ताओं से साफ कह दिया है कि उनमें से केवल 4 लोगों को ही पार्टी टिकट मिलेगा। बाकी सभी पार्टी के लिए अपनी जिम्मेदारियां पूरी करेंगे।’

कांग्रेस इस चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार की असफलताओं को अपना मुख्य मुद्दा बनाएगी। उसका कहना है कि भाजपा शासन लोगों को बुनियादी सेवा भी मुहैया नहीं करा पाया है। सड़कों पर बने गड्ढे, बंद पथदीप, कूड़े-कचरे को जमा करने में होने वाली अव्यवस्था, सिटी बस सर्विस की खराब सेवा जैसे मुद्दों को भी कांग्रेस अपना चुनावी मुद्दा बनाएगी। पानी और संपत्ति पर बढ़ाया गया टैक्स भी एक अहम चुनावी मुद्दा साबित हो सकता है। उल्लेखनीय यह है कि मनपा चुनाव लड़ने के इच्छुकों को शहराध्यक्ष ने निर्देश दिया है कि सभी दावेदार एकसाथ मिलकर अपने अपने प्रभाग में प्रचार में जुट जाये, इन्हीं में से एक को उम्मीदवारी दी जाएंगी। जिसे उम्मीदवारी दी जाएंगी, उसे चुनाव लड़ने हेतु आवेदन भरने के अंतिम समय में “बी फॉर्म” चुपचाप दिया जायेगा, ताकि वह एक घंटा पूर्व में तैयारी के साथ आवेदन भर सके। इस रणनीति से कांग्रेस को बागी उम्मीदवारी की मार सह पक्ष अंतर्गत विरोध रोकने में शतप्रतिशत सफलता मिल सकती है। प्रत्येक प्रभाग में 2-3 फिर भी विरोध करेंगे ही, जिसके लिए मानसिकता बना ली गई है। कांग्रेस के स्थानीय नेताओं का विरोध कायम रही तो 50 के आसपास कांग्रेसी उम्मीदवार जीत कर आएंगे।वैसे भी नाराज चल रहे एक कांग्रेसी स्थानीय नेता को विपक्षी नेता ने अगली लोकसभा चुनाव में उतारने का आश्वासन दिया है।