एल्युमिनियम तार की चोरी पकड़े जाने से था गुस्सा
अभियंता और ठेकेदार दोनों गिरफ्तार
तुमसर (भंडारा)। ‘चोरी और सीनाजोरी’ शायद इसी को कहते हैं. दो साल पुराने बिजली के तारों को महिंद्रा पिकअप गाड़ी में लादकर ठिकाने लगाने ले जाते समय पुलिस द्वारा पकड़े जाने से गुस्साए अभियंता और ठेकेदार ने गोबरवाही पुलिस स्टेशन में शराब पीकर खूब हंगामा किया. 20 सितंबर की रात करीब 10 बजे हुई इस घटना के बाद महावितरण के उपविभागीय अभियंता तुमसर निवासी नंदलाल गोपीचंद गडपायले (45) और ठेकेदार सिहोरा निवासी धर्मेंद्र भीमराज निमजे (45) को पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार कर लिया है. इतना ही नहीं, दोनों ने थाने में अमलदार के साथ धक्का-मुक्की भी की थी.
नाकाबंदी कर पकड़ा
दो साल पहले बिजली के खंभों से निकाला गया करीब 730 किलो एल्युमिनियम तार येदरबुची में सुनीता राउत के यहां निजी तौर पर रखा हुआ था. महावितरण अधिकारियों की मिलीभगत से यही तार 20 सितंबर की शाम 7 बजे महिंद्रा पिकअप गाड़ी क्रमांक एमएच 31 सी क्यू 5295 में लादकर ठिकाने लगाने के लिए येदरबुची से सिहोरा ले जाया जा रहा था. इस तार पर खड्डे और ताड़पत्री बिछा दी गई थी. हवलदार वालदे को यह जानकारी मिलते ही उन्होंने अपने सहयोगियों की सहायता से चांदपुर-सिहोरा जाने के दौरान सीतासावंगी क्षेत्र में नाकाबंदी की.
जवाब देने में टालमटोल
नाकाबंदी के दौरान गाड़ी को रोककर उसकी तलाशी लेने पर उसमें खड्डे दिखाई दिए. लेकिन नीचे तक तलाशी लेने पर तार नजर आ गया. करीब 1 लाख 60 हजार रुपए मूल्य के इस एल्युमिनियम तार के संबंध में पूछताछ करने पर जवाब देने में टालमटोल किया गया. पुलिस ने संदेह के आधार पर गाड़ी के मालिक गणेश मारोतराव गाते (35) सिहोरा निवासी, मिलिंद फत्तु जांभुलकर (40) बोरगांव सिहोरा निवासी और राजकुमार हरिचंद्र राउत (40) गोबरवाही निवासी के खिलाफ मामला दर्ज कर तीनों को गिरफ्तार कर लिया.
जोर-जोर से चिल्लाया, टेबल का कांच फोड़ा
महावितरण के उपविभागीय अभियंता नंदलाल गडपायले को घटना की जानकारी मिलने के बाद रात 10 बजे के आसपास वह ठेकेदार और अन्य साथियों के साथ सीधे पुलिस थाने में आ धमका. आते ही स्टेशन डायरी अमलदार का घेराव कर जोर-जोर से चिल्लाने लगा. टेबल का कांच भी फोड़ दिया. पुलिस ने अभियंता और ठेकेदार के खिलाफ दारू पीकर थाने में हंगामा करने और सरकारी काम में हस्तक्षेप करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया.
महावितरण को करोड़ों का चूना
महावितरण के बड़े अधिकारी के गिरफ्तार होते ही अन्य कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है. पकड़ा गया विद्युत तार गोबरवाही उपकेंद्र का था, मगर उसे सिहोरा उपकेंद्र में क्यों ले जाया जा रहा था? इसके पहले भी चोरी-छुपे चिखला फीडर, कवलेवाड़ा फीडर से भारी मात्रा में विद्युत तार चोरी गया था. तार के साथ पकड़े गए तीनों आरोपियों ने पूछताछ में बताया है कि इन चोरियों में भी अधिकारियों का ही हाथ था. आशंका जताई जा रही है कि अभियंता और ठेकेदार मिलकर महावितरण को करोड़ों रुपयों का चूना लगा चुके हैं. इस मामले की गहराई से जांच करने पर कई खुलासे हो सकते हैं. फिलहाल मामले की जांच का जिम्मा सहायक पुलिस निरीक्षक मनोज वाढ़ीवे संभाल रहे हैं.