भेदभाव का आरोप
अमरावती। जिला परिषद की आमसभा में सोमवार को शिक्षक और स्वास्थ अधिकारियों की नियुक्तियों का मुद्दा गूंजा. इन दोनों मुद्दों पर चर्चा के दौरान जमकर तू-तू, मैं-मैं भी हुई. सदस्यों ने इन नियुक्तियों में भेदभाव होने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा मचाया.
कर रहे असंतुलन निर्माण
जिले की सभी तहसीलों की जिप शालाओं में उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति में भारी असंतुलन को लेकर सोमवार को हुई जिप की आमसभा में जमकर हंगामा हुआ. जिप सदस्य निशीकांत जाधव, रवींद्र मुंदे, अभिजित ढेपे ने आक्रमक होते हुए कहा कि शिक्षण सभापति गिरीश कराड शिक्षकों की नियुक्तियों में अंसतुलन निर्माण कर रहे है.
जहां उनके क्षेत्र मोर्शी वरूड में 15 उर्दू शिक्षक है वहीं नांदगांव खंडेश्वर में एक भी शिक्षक की नियुक्ति नहीं की गई है. अन्य कई तहसीलें भी कम शिक्षकों की समस्या से गुजर रही है . जिससे उर्दू शालाओं में पढऩे वाले छात्रों का भविष्य खतरे में है. -उन्होंने कहा कि वे वर्ष भर से लगातार शिक्षकों की नियुक्ति की मांग कर रहे है. लेकिन अब तक पर्याप्त संख्या में नियुक्तियां नहीं हुई है. जबकि नया शैक्षणिक सत्र शुरु होने को है. इस सत्र से पहले नियुक्तियां करने की मांग उन्होंने सदन में रखी.
इस समय उमेश केने ने चांदुर रेलवे के आमला सहित अन्य कई प्राथमिक स्वास्थ केन्द्रों पर स्वास्थ अधिकारी न होने के चलत गांववासियों को हो रही परेशानी का मुद्दा उठाया. उन्होने स्वास्थ विभाग की कार्यप्रणाली पर उंगली उठाते हुए एक जहां स्वास्थ अधिकारी नहीं है. ऐसे पीएचसी पर डाक्टरों की नियुक्ति के लिए 1 सप्ताह का अल्टीमेटम सदन में ही दिया. इस समय आम सभा में जमकर तू-तु, मैं-मैं भी हुई.