नगर परिषद प्रशासन का उदासिन
कन्हान (नागपुर)। नगरपरिषद कन्हान-पिपरी का हालही में चुनाव संपन्न हुआ और चार प्रभागों से 17 नगरसेवक निर्वाचित हुए है. लेकिन नगराध्यक्षा के रोस्टर अध्यक्ष नहीं आने से प्रशासन का पुरा कार्यभार तहसीलदार पारशिवनी और मुख्य अधिकारी गीता वंजारी देख रहे है. जब वंजारी ने कन्हान पिपरी नगरपरिषद का कार्यभार हाथ में लिया उस वक्त डेंगु के मरीज मिले थे और दुषित पानी की आपूर्ति शहर में हो रही थी. जिससे 4 मरीजों की मौत भी हुई थी. सभापति करुणा आष्टनकर ने नगरपरिषद के सामने अनशन भी किया था. बड़े-बड़े आश्वासन देकर शहर में वॉटर फिल्टर योजना शुरू करके जनता को स्वच्छ जल आपूर्ति करेंगे ऐसा कहां गया था.
उसके बाद यह समस्या ठंडे बस्ते में चली गई. जिसका परिणाम इंदिरा नगर में गैस्ट्रो के दो मरीज मिले. इंदिरा नगर कन्हान प्रभाग 1 में शिवोक महेंद्र भुरे (1.5) तथा रीना महेंद्र भुरे (25) दोनों माँ और बेटे गैस्ट्रो से पीड़ित है. दोनों का इलाज नागपुर के निजी रहाटे अस्पताल में शुरू है. कन्हान शहर जल आपुर्ति पर ध्यान देकर स्वच्छ पिने के पानी की आपुर्ति करे अन्यथा गैस्ट्रो और डेंग्यु जैसे रोग फैलेंगे और निर्दोष लोग इसका शिकार बनेंगे. चुनाव के दौरान शुद्ध पानी, साफ-सफाई ठीक से हो सकती है. लेकिन चुनाव खत्म होते ही कन्हान शहर में अशुद्ध पिने का पानी, गंदगी का माहोल, नालों की साफसफाई की समस्या बढ़ रही है.
प्रशासन की उदासीनता से समस्याएं बढ़ रही है. जिससे नागरिकों के मन में डर का वातावरण निर्माण हुआ है. कन्हान-पिपरी नगरपरिषद ने इस ओर ध्यान देकर नागरिकों दिलासा दे ऐसी मांग जोर पकड़ रही है.